Diaper rash का इलाज : causes ,home remedies , और precautions
नवजात शिशु की देखभाल में सबसे ज्यादा जो परेशानी आमतौर पर सभी माता- पिता को होती है , वह है diaper rash . जब आपके नन्हे से बच्चे की नाजुक त्वचा लाल हो जाये ,जलने लगे और वह बार - बार रोने लगे ,तो दिल टूट जाता है। मैने यह सब झेला है ,इसलिए आज मै न केवल इसका इलाज बल्कि अपने अनुभव और कुछ ऐसे उपाए भी साँझा करूंगी जो किताबों में नहीं मिलते।
diaper rash क्या होता है ?
diaper rash के कारण
सावधानियां
हर 2 -3 घंटे में diaper जरूर change करें।
बच्चे को हर पॉटी या पेशाब के बाद गुनगुने पानी से धोएं।
डायपर लगाने से पहले पूरी त्वचा को सूखा करें।
जब भी मौका मिले , बच्चे को बिना डायपर के खुला छोड़ें ताकि त्वचा साँस ले सकें।
हमेषा हलके , सुगन्धरहित वाइप्स या cotton का उपयोग करें।
क्या करें
1. ज़िंक ऑक्साइड वाली cream लगाएं।
जैसे : Desitin , B4 Nappi cream ,Himalaya diaper rash cream .
2 . गुनगुने पानी से सफाई करें
साबुन का प्रयोग न करें , केवल पानी से धोकर नरम तोलिये से पोछे।
3. दिन में कुछ समय diaper free रखें।
हवा लगने से rash जल्दी ठीक होते है।
4 . साफ और सूखे कपडे का प्रयोग करें।
अगर संभव हो तो कुछ समय के लिए कपडे का लंगोट इस्तेमाल करें।
5. पेट्रोलियम जेली का उपयोग करें
यह त्वचा पर सुरक्षा परत बनाती है।
क्या न करें
घरेलू उपाए
मेरी राय
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. diaper rash कितने दिन में ठीक होता है ?
आम तोर पे 3,5 दिन में ,अगर सही देखभाल की जाये तो rash ठीक हो जाता है।
2. क्या हर बार डायपर के बाद क्रीम लगाना जरूरी है ?
हाँ ,यह rash से बचाव में मदद करता है ?
3. क्या गर्मियों में diaper rash ज्यादा होता है ?
हाँ , गर्मी और पसीने से नमी बढ़ जाती है , जिससे संक्रमण होता है ?
4. कपडे का लंगोट अच्छा है जा diaper ?
दोनों के फायदे है , लेकिन ,लम्बे समय तक डायपर उपयोग नहीं करना चाहिए।
5. क्या बच्चे को diaper rash होने पर डॉक्टर के पास ले जाना जरूरी है।
अगर 3,4 दिनों से rash ठीक न हो या मवाद /खून आने लगे तो डॉक्टर से ज़रूर मिलें।
कुछ खास सुझाव
conclusion / निष्कर्म
diaper rash आम बात है लेकिन इसे नज़रअंदाज़ करना गंभीर परिणाम ला सकता है। थोड़ा सा ध्यान ,नियमित साफ-सफाई और सही उत्पादों का चयन आपके शिशु को इस दर्द से बचा सकता है। मेरा अनुभव यर्ही कहता है के माँ की नज़र सबसे तेज़ और सबसे सही होती है इसलिए अपने बच्चे को छोटी-छोटी बातों पर ध्यान दें।
अगर आपको यह blog अच्छा लगा हो तो इसे अन्य माता-पिता के साथ शेयर करें आपके सवाल या अनुभव निचे कमेंट में लिखें। मैं जवाब दूंगी।
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